द फॉलोअप डेस्क
शहीद भगत सिंह किसान यूनियन (एसबीएसकेयू) की सभा पिहोवा के गुरुद्वारा बाउली साहिब में संपन्न हुई। बैठक में बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन को और प्रभावी बनाने पर सहमति व्यक्त की गई। यूनियन के सदस्य अन्य किसानों के साथ मिलकर न केवल आंदोलन को मजबूती देंगे, बल्कि जिला स्तर पर किसानों को जागरूक करने का भी कार्य करेंगे।
शनिवार को आयोजित इस बैठक में एसबीएसकेयू की जिला इकाई के अलावा कैथल और अंबाला इकाई के पदाधिकारी शामिल हुए। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह तेजा मोहड़ी के नेतृत्व में चार घंटे चली इस बैठक में किसानों ने आंदोलन और अपनी मांगों के समर्थन में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। इसमें बॉर्डर पर जारी आंदोलन को अधिक ऊर्जा देने, सक्रिय भागीदारी निभाने और सहयोग देने का निर्णय लिया गया। साथ ही, गांव-गांव नई समितियों के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया, जो किसानों को आंदोलन के प्रति जागरूक करेंगी।
यूनियन के प्रदेश महासचिव संजीव आलमपुर ने बताया कि आंदोलन को गति देने के लिए प्रत्येक गांव में समितियां गठित की जाएंगी। ये समितियां खनौरी बॉर्डर पर जारी आंदोलन में भाग लेंगी। प्रत्येक गांव से एक समिति रोजाना बॉर्डर पर जाएगी और आंदोलन के लिए राशन, लंगर और दूध की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। साथ ही ये समितियां अपने गांवों में अन्य किसानों को आंदोलन के समर्थन में प्रेरित करेंगी। इस अवसर पर विपिन कुमार, जय भगवान, मनु भूरा, दिलबाग सिंह, जय सिंह जलबेहड़ा, लखविंद्र सिंह, नरेश सांगवान समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सौंपा जाएगा ज्ञापन जिला महासचिव दिलबाग सिंह ने जानकारी दी कि यूनियन 23 दिसंबर को एमएसपी और अन्य मांगों के समर्थन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगी। इस दौरान सैकड़ों किसान रोष प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचेंगे, जहां उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके अतिरिक्त, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की किसी भी अपील पर तत्काल अमल किया जाएगा।